इस बदलती परिस्थिति में मुंगेर विश्वविद्यालय को इनोवेटिव आईडिया के लिए जाना जाता है।हम अपने दैनिक जीवन में रोज़ कुछ न कुछ नया सीखते है और तो और समाज के विकाश हेतु नए शोध का होना अत्यावश्यक है। इस लिए विश्विद्यालय में शोध के कार्यो में प्रगति लाने हेतु यथासंभव प्रयास किया जायगा।यह वाक्या 16 दिसम्बर 2019 को ऍम.यू के कुलपति रणजीत कुमार वर्मा ने आर.डी.एंड.डी.जे. कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा।इस कॉन्फ्रेंस का थीम इनोवेशन इन बिज़नेस विस्टाज एंड चैलेंजज था।
यह आर.डी.एंड.डी.जे कॉलेज और भारती पब्लिकेशन नई दिल्ली के तत्वाधान से संपन्न हुआ। इसकी अध्यक्षता वाणिज्य विभाग के सीनियर डॉ. आर. एंन. गुप्ता ने की वही प्रबंधक के तौर पर महाविद्यालय के युवा प्रध्यापक प्रो. मुनीन्द्र कुमार सिंह ने बढ़ चढ़ कर सहयोग किया।इसके आलावे सम्मेलन को एम.यू. के रजिस्ट्रार कर्नल विजय कुमार ठाकुर, सीसीडीसी प्रो. अजय कुमार, प्रॉक्टर डॉ. संजय भारती ने भी छात्रों को संबोधित किया।
इस सम्मेलन में मुख्य अथिति के रूप में ऍम.यू. के कुलपति थे जबकि मुख्य वक्ता प्रबंध क्षेत्र के गरु माने जाने वाले मजहर नकवी थे।सम्मेलन में लगभग 300 प्रतिनिधि उपस्थित थे जबकि लगभग 175 शोधकर्ताओं ने भाग लिया।इसमें विभिन्न कॉलेज के छात्र छात्राए उपस्थित थी इसमें लडकियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
शोधार्थियों को किया गया सम्मानित
इस कार्यक्रम के लिये 175 शोध-पत्र आर्डिनेंस कमिटी को प्राप्त हुए, जिसमे 127 को जर्नल में प्रकशित किया गया था। इसमें तीन उत्कृष्ट शोधकर्ता के तौर पर मिस जिलोका, सिद्धाथ और नंदिनी महेश्वरी को बैंकिंग, मार्केटिंग तथा ग्लोबल मंदी जैसे विषयो पर सर्वोत्तम लेखन हेतु मोमेंटो एवम अन्य सभी शोधार्थियों को प्रमाण पत्र दे कर सम्मानित किया गया।
छात्रों को सम्मानित करते अतिथि
कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ. सुनील कुमार गुप्ता ने कहा की इस तरह के आयोज़नो से छात्रों में अध्यन एवं अध्यातन का माहौल उत्पन्न होता है। वही इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो. आर.अन.गुप्ता ने कहा की कुछ करने हेतु सपने देखना जरूरी है।नए आईडिया को जन्म देकर ही शोध का कार्य सफल किया जा सकता वही महाविद्यालय के युवा उर्जावान प्रो. मुनीन्द्र कुमार के अनुसार अंतर्विषयक अनुसन्धान द्वारा व्यवसाय में नव प्रवर्तन के जरिये आर्थिक समृधि में वृद्धि की जा सकती है। वही प्रो. अनिश अहमद का कहना था की छात्रों में शोधकार्यो के द्वारा ही एक प्रभावपूर्ण विकाश की लकीर खींची जा सकती है।सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उद्यमिता ,व्यवसाय सहित अन्य क्षेत्रो से अवगत करवाना था।
इस सम्मेलन का हिस्सा बनने हेतु विनोबाभावे विश्वविद्यालय हजारीबाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, सीजेएसऍम विश्वविद्यालय कानपुर, डॉ. कलाम टेकनिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ, तिलकामांझी विश्वविद्यालय के रिसोर्स पर्सन, डॉ. सुनील कुमार गुप्ता, प्रो. रामनिवास गुप्ता, ओम भारती, प्रो. मुनीन्द्र कुमार सिंह, डॉ. अनिश अहमद एवम प्रो. संजय कुमार मांझी के साथ साथ बड़ी संख्या में शोधार्थी उपस्थित थे।